सावण सायरी

सावण सुरंगो सोवणों आभै बरसे मेह दूर बैठ्यो सायबो कीकर जताऊं नेह!
राजस्थानी भासा री कवितावां अर लेख! You can read all type of shayri,poem and articles in rajasthani.